इस बार, भारतीय जनता पार्टी हरियाणा विधानसभा चुनावों में कई खिलाड़ियों को मैदान में उतार सकती है। सूत्रों के अनुसार, अभी तक यह तय नहीं हुआ है कि बीजेपी किन खिलाड़ियों को अपने उम्मीदवार के रूप में उतारेगी।
दिल्ली: हरियाणा चुनावों की तारीखों की घोषणा के साथ ही सभी राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। वर्तमान में राज्य में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार है। इस बार भी बीजेपी राज्य में विधानसभा चुनाव जीतकर हैट्रिक लगाने की तैयारी कर रही है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए वरिष्ठ नेताओं के बीच बैठकों का दौर भी चल रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस चुनाव में बीजेपी कई पहलुओं पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इस बार बीजेपी ने सीट शेयरिंग के लिए कुछ खास मानदंड भी तैयार किए हैं।
कहा जा रहा है कि इस चुनाव में जातिगत समीकरणों का भी ध्यान रखा जाएगा। सूत्रों से आ रही खबरों के अनुसार, पार्टी नेताओं के बच्चों को टिकट देने से पीछे नहीं हटेगी। वहीं, एंटी-इनकंबेंसी वेव से निपटने के लिए पार्टी कई मंत्रियों और 30 प्रतिशत तक विधायकों के टिकट भी रद्द कर सकती है।
आज 90 में से अधिकांश नामों को मंजूरी मिल सकती है
हरियाणा विधानसभा चुनावों को लेकर भारतीय जनता पार्टी आज एक महत्वपूर्ण बैठक करने जा रही है। कहा जा रहा है कि केंद्रीय चुनाव समिति की इस बैठक में 90 में से अधिकांश नामों को आज मंजूरी मिल सकती है। कांग्रेस के जाट कार्ड का मुकाबला करने के लिए बीजेपी 36 समुदायों को एकजुट करने की रणनीति पर काम कर रही है।
पंजाबी-गुज्जर और ओबीसी को अपने पक्ष में लाने की तैयारी
बीजेपी आगामी चुनावों के लिए पंजाबी-गुज्जर, ओबीसी और यादव समुदायों को अपने पक्ष में करने की तैयारी कर रही है। साथ ही, बीजेपी स्थानीय मुद्दों को भी महत्व दे रही है। पार्टी द्वारा स्थानीय स्तर पर किए गए कार्यों का भी प्रचार किया जा रहा है।
कई केंद्रीय मंत्रियों के बच्चों को भी मिल सकते हैं टिकट
सूत्रों के अनुसार, बीजेपी हरियाणा चुनावों में कई केंद्रीय मंत्रियों के बच्चों को भी टिकट दे सकती है। इस सूची में केंद्रीय मंत्री राव इंदरजीत सिंह की बेटी आरती, कुलदीप बिश्नोई के बेटे और आदमपुर के वर्तमान विधायक भव्य बिश्नोई को भी टिकट मिल सकता है। कहा जा रहा है कि लोकसभा चुनाव हार चुके सांसदों को भी विधानसभा में टिकट दिए जा सकते हैं। बीजेपी अन्य दलों से आए नेताओं को भी मैदान में उतार सकती है। साथ ही, इस बार कई खिलाड़ियों को भी उम्मीदवार बनाने की तैयारी है।