‘सौगात-ए-मोदी’ योजना एक अभियान है, जिसे भाजपा ने मुस्लिम समुदाय में कल्याणकारी योजनाओं को बढ़ावा देने और राजनीतिक समर्थन प्राप्त करने के उद्देश्य से लॉन्च किया है।
सौगात-ए-मोदी किट्स: भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के अल्पसंख्यक मोर्चे ने अल्पसंख्यक वर्ग को आकर्षित करने के लिए एक नया दांव खेला है। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्धिकी ने ‘सौगात-ए-मोदी’ अभियान की शुरुआत की है, जिसके तहत पार्टी कार्यकर्ता पूरे देश में 32 लाख लोगों को ईद से पहले सौगात-ए-मोदी किट देंगे। इस योजना का मुख्य उद्देश्य बिहार विधानसभा चुनाव और मुस्लिम वोटरों को केंद्रित करना है।
यह अभियान मंगलवार को दिल्ली के निजामुद्दीन से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के मार्गदर्शन में शुरू हुआ। इस पहल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि गरीब मुस्लिम परिवार ईद का त्योहार बिना किसी कठिनाई के मना सकें। इस अभियान के तहत 32,000 अल्पसंख्यक मोर्चा के कार्यकर्ता देशभर के 32,000 मस्जिदों के साथ मिलकर जरूरतमंदों तक पहुँचेंगे। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्धिकी ने इस अभियान के बारे में कहा, “पवित्र माह रमजान और ईद, गुड फ्राइडे, ईस्टर, नौरोज और भारतीय नववर्ष जैसे अवसरों पर, अल्पसंख्यक मोर्चा ‘सौगात-ए-मोदी’ अभियान के माध्यम से जरूरतमंदों तक पहुँचने का काम करेगा।” उन्होंने यह भी कहा कि जिले स्तर पर ईद मिलन कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
‘सौगात-ए-मोदी’ किट क्या है?
सौगात-ए-मोदी योजना भाजपा द्वारा शुरू किया गया एक अभियान है, जिसका उद्देश्य मुस्लिम समुदाय में कल्याणकारी योजनाओं को बढ़ावा देना और राजनीतिक समर्थन प्राप्त करना है। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा द्वारा दी जाने वाली ‘सौगात-ए-मोदी’ किट में खाद्य सामग्री होगी। इसमें घर की महिला मुखिया के लिए सूती कपड़ा होगा। ईद के लिए आवश्यक सभी सामान जैसे सोया, चीनी, ड्राई फ्रूट्स, बेसन और दूध के पैकेट होंगे। जमाल सिद्धिकी ने कहा कि इसी तरह के आवश्यक सामान बैसाखी और गुड फ्राइडे के लिए भी वितरित किए जाएंगे। इस कार्यक्रम के लिए भाजपा मोर्चा के 32,000 कार्यकर्ता 100-100 घरों का दौरा करेंगे। इस प्रकार, ‘सौगात-ए-मोदी’ किट 32 लाख घरों तक पहुँचाई जाएगी।
किट की कीमत कितनी होगी?
यह अभियान विशेष रूप से रमजान और ईद के अवसर पर महत्वपूर्ण है। इस अभियान के तहत, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा 32 लाख मुस्लिम परिवारों तक पहुँचने की योजना बना रहा है और 3 हजार मस्जिदों के साथ सहयोग करेगा। इन किट्स में खाद्य सामग्री के अलावा, कपड़े, सेवईं, खजूर, ड्राई फ्रूट्स और चीनी भी शामिल होंगे। महिलाओं के लिए सूट और पुरुषों के लिए कुर्ता-पजामा होंगे। समाचार एजेंसी ANI के सूत्रों के अनुसार, प्रत्येक किट की कीमत लगभग 500 से 600 रुपये के बीच होगी। इन खर्चों को अल्पसंख्यक मोर्चा द्वारा वहन किया जा रहा है।