Ashok-Manju Love Story: जब सच्चा प्यार हो, तो रूप, रंग और जाति भी बहुत छोटे लगते हैं
आज हम आपको एक सच्ची और दिल को छू लेने वाली कहानी बताने जा रहे हैं, जो अशोक और मंजू की है। मंजू पांच साल की उम्र में पोलियो का शिकार हो गई थी। इसके कारण उसे अपने कामों के लिए अपने माता-पिता की मदद लेनी पड़ती थी, लेकिन उसके माता-पिता ने कभी उसे दूसरों से अलग महसूस नहीं होने दिया। मंजू ने बड़े होते हुए बहुत सारी ताने भी सुनीं कि कौन उसे शादी के लिए स्वीकार करेगा, तुम कुछ नहीं कर सकोगी, तुम अलग हो। लोग तरह-तरह की बातें करते और चले जाते थे, लेकिन एक दिन उसने अपनी ज़िन्दगी के उस साथी को पाया जो हर समस्या में उसके साथ खड़ा होने और उसकी ताकत बनने के लिए तैयार था।
मंजू की शादी के बाद भी लोगों की ताने कम नहीं हुईं, बल्कि और बढ़ गईं। लोग यह पूछने लगे कि क्या तुमने शादी के लिए पैसे दिए? क्या लालच दिया? लोग मंजू की बेइज़्ज़ती करने से पीछे नहीं हटे। यहाँ तक कि जब मंजू ने शिक्षक के रूप में काम किया, तब भी लोगों ने कहा कि तुम यह सब नहीं कर सकोगी। मंजू इतनी परेशान हो गई कि जब उसने शादी के बारे में सोचना शुरू किया, तो उसे लगा कि कोई उसे शादी के लिए कैसे स्वीकार करेगा। फिर उसकी मुलाकात अशोक से हुई और उसके माता-पिता के बाद अशोक वह व्यक्ति था जिसने उसकी ज़िन्दगी में सबसे अधिक प्यार किया।
अशोक ने मंजू के घर जाकर प्रस्ताव दिया
मंजू ने बताया कि वह अशोक को स्कूल से जानती थी। जब मंजू अपनी दादी के घर गर्मियों की छुट्टियों पर गई थी, तो अशोक ने उसे पहली बार देखा था। लेकिन उस समय कुछ खास नहीं था। अशोक उसके पड़ोसी बन गए थे। 1994 में, अशोक ने मंजू के जीवन में वापसी की। मंजू बताती हैं कि उन दिनों लोग सीधे घर आकर शादी के बारे में बात करते थे और अशोक ने भी ऐसा ही किया। अशोक मंजू के घर आया, उसके पिता से बात की और कहा कि मुझे मंजू पसंद है। मैं उसकी देखभाल करूंगा। पहले दिन ही मंजू चौंकी और उसे विश्वास नहीं हो रहा था कि कोई उसे क्यों शादी के लिए स्वीकार करेगा। लेकिन परिवार ने कहा कि अगर अशोक को कोई समस्या नहीं है, तो तुम्हें क्या समस्या हो सकती है? इसके बाद मंजू ने भी इस रिश्ते के लिए हां कह दिया।
शादी के बाद भी ताने जारी रहे
जब मंजू की शादी तय हो गई, तो एक बार फिर उसे तानों का सामना करना पड़ा। कोई यह हजम नहीं कर पा रहा था कि कोई मंजू से शादी करना चाहता है। लोगों ने मंजू से कहना शुरू कर दिया कि उसने अशोक को शादी के लिए ललचाया होगा। कुछ लोगों ने उससे पूछा कि वह उसकी ज़िन्दगी क्यों बर्बाद कर रही है। लेकिन अशोक हमेशा कहता रहा कि वह अपनी ज़िन्दगी भर उसका साथ देगा और किसी कारण से उसने उस पर विश्वास किया और आज तक उसे इसका कोई पछतावा नहीं है।
शादी के 30 साल
मंजू ने कहा कि ‘हमारी शादी को 30 साल हो गए हैं। अशोक ने मेरे लिए अपने दोस्तों और परिवार को छोड़ दिया। जब मैं गर्भवती थी, तो उसने मुझे खाना खिलाया और मेरी देखभाल की। मुझे याद है, मेरी डिलीवरी से ठीक पहले, उसे बहुत बुरा टाइफाइड हुआ था, और फिर भी उसने कहा, ‘मैं मंजू के साथ रहूंगा।’ उसने माँ, बहू और हर उस भूमिका को निभाया जो मुझे निभानी चाहिए थी। उसने कभी भी मुझे ‘अलग’ महसूस नहीं कराया। अगर यह प्यार नहीं है, तो और क्या है?’