आज शुक्रवार की नमाज के लिए संभल में हर गली-मोहल्ले में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। नमाज से पहले पुलिस ने डीएम-एसपी के नेतृत्व में फ्लैग मार्च किया। आज यहां शाही मस्जिद में पहले की तरह नमाज अदा की जाएगी। वहीं प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे जामा मस्जिद में भीड़ न लगाएं और नमाज के बाद शांतिपूर्वक घर जाएं। शुक्रवार की नमाज के लिए सांभल में 70 मजिस्ट्रेटों को ड्यूटी पर तैनात किया गया है। पुलिस अधिकारियों के साथ मजिस्ट्रेटों की तैनाती पुलिस द्वारा चिन्हित स्थानों पर की जाएगी। इस तरह की व्यवस्था 24 नवंबर को हुई हिंसा और दंगे की घटनाओं को रोकने के लिए की गई है। सांभल की घटना के बाद पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शुक्रवार की नमाज को लेकर अलर्ट जारी किया गया है और दंगा नियंत्रण योजना भी लागू की गई है। आज की नमाज को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को सभी शहरों और कस्बों में तैनात रहने के निर्देश दिए गए हैं।

सुरक्षा बलों की तैनाती: 15 PAC कंपनियां और 2 RAF कंपनियां तैनात, 10 जिलों की पुलिस और महिला पुलिस बल सक्रिय, और एंटी-रायट स्क्वॉड टीमों की विशेष निगरानी पर तैनाती। सभी संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी ड्रोन और CCTV कैमरों के माध्यम से की जा रही है। पुलिसकर्मियों को बॉडी कैमरे के साथ तैनात किया गया है। क्षेत्र में धारा 163 BNS लागू की गई है: 4 से अधिक लोगों का एकत्रित होना प्रतिबंधित। इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से बंद की गई हैं और नमाज केवल मस्जिद के अंदर अदा की जा सकती है, बाहर नहीं।

जामा मस्जिद के लिए विशेष इंतजाम: केवल स्थानीय लोगों को जामा मस्जिद में प्रवेश की अनुमति है। सभी दरवाजों पर मेटल डिटेक्टर्स लगाए गए हैं और छतों पर पुलिसकर्मी तैनात हैं। असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। 50 से अधिक संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है। शाही मस्जिद में किए गए सर्वे की रिपोर्ट आज चंदौसी कोर्ट में प्रस्तुत की जाएगी। इस मामले की पहली सुनवाई आज कोर्ट में होगी। पुलिस प्रशासन ने सुनवाई के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है।

उत्तर प्रदेश सरकार का आदेश: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने संभल में हालिया हिंसा की न्यायिक जांच का आदेश दिया है। एक तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया है, जिसकी अध्यक्षता सेवानिवृत्त उच्च न्यायालय के न्यायाधीश देवेंद्र कुमार अरोड़ा करेंगे। यह समिति दो महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। समिति के अन्य दो सदस्य सेवानिवृत्त IAS अधिकारी अमित मोहन प्रसाद और पूर्व IPS अधिकारी अरविंद कुमार जैन हैं।

सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई: संभल के शाही जामा मस्जिद के सर्वे आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है। इस याचिका में 19 नवंबर को जिला कोर्ट द्वारा मस्जिद के सर्वे का आदेश दिए जाने को चुनौती दी गई है।

पुलिस की तैयारियां: संभल में हिंसा को लेकर पहले से ही पुलिस को जानकारी मिल चुकी थी। इस संबंध में जानकारी देते हुए मुरादाबाद के कमिश्नर अंजनेया सिंह ने कहा कि हमें यह जानकारी मिली थी कि वहां दंगा हो सकता है, जिसके लिए बल तैनात किया गया था।

By Pragati

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