उपी पुलिस सतर्क मोड में:
वक्फ़ संशोधन बिल 2024 को लोकसभा और राज्यसभा दोनों में पास होने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस सतर्क स्थिति में है। संभल के सीओ अन्नु चौधरी ने कहा कि यहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
संभल में पुलिस का दृश्य:
संभल से आई कुछ तस्वीरों में दिखाया गया है कि पुलिस बल सड़कों पर बड़ी संख्या में तैनात है और लगातार झंडा मार्च कर रही है। अतिरिक्त एसपी और सीओ अन्नु चौधरी के नेतृत्व में संभल के अंदर झंडा मार्च आयोजित किया गया।
अतिरिक्त एसपी का बयान:
अतिरिक्त एसपी ने कहा, “संभल में पुलिस बल तैनात है। रैपिड एक्शन फोर्स को भी तैनात किया गया है। छत पर हो रही हर गतिविधि की निगरानी ड्रोन कैमरों के जरिए की जा रही है। इसके अलावा, लोगों से अपील की जा रही है कि माहौल को शांत बनाए रखें और अफवाह फैलाने वालों के बारे में पुलिस को जानकारी दें। संभल पुलिस की साइबर यूनिट भी सोशल मीडिया पर नजर रख रही है।”
सोशल मीडिया पर नजर:
उन्होंने आगे कहा कि यदि कोई समाज विरोधी तत्व किसी प्रकार का विरोध पोस्ट करता है, तो उस खाते को हटाया जा सकता है और खाते की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। इसके अलावा, फिलहाल संभल में बिल से संबंधित किसी भी प्रकार के विरोध की कोई खबर नहीं है, लेकिन यदि ऐसा कुछ होता है तो पुलिस कार्रवाई करेगी।

शांति बनाए रखने के प्रयास:
अन्नु चौधरी ने कहा कि फिलहाल संभल में कोई भी शरारती तत्व नहीं देखा गया है। माहौल शांतिपूर्ण है। बिल को सदन में पास किया गया है। लोगों को बुलाकर समझाया जा रहा है और सभी बातें बताई जा रही हैं ताकि संभल जिले में माहौल शांतिपूर्ण बना रहे। कानून और व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में है और पुलिस तैनाती और झंडा मार्च रोज़ किया जा रहा है।
अब कानून बनने से बस एक कदम दूर:
मोदी सरकार ने वक्फ़ संशोधन बिल को दोनों सदनों में पास करवा लिया है। लोकसभा के बाद यह बिल राज्यसभा में भी पास हो गया है। इसके बाद अब यह बिल कानून बनने से बस एक कदम दूर है।
गुरुवार (3 अप्रैल) को केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने वक्फ़ संशोधन बिल को पेश किया। इस पर लंबी चर्चा हुई और समर्थक व विपक्ष के बीच बहस भी हुई। इसके बाद रात देर से मतदान हुआ और बिल पास हो गया। राज्यसभा में 128 सांसदों ने बिल के पक्ष में वोट दिया, जबकि 95 वोट इसके खिलाफ डाले गए।
लोकसभा में वक्फ़ संशोधन बिल पर 14 घंटे तक चर्चा हुई, जबकि राज्यसभा में लगभग 12 घंटे तक बहस चली।