भारत और अमेरिका के बीच 13 दिवसीय सैन्य अभ्यास ‘टाइगर ट्रायंफ’ का चौथा संस्करण मंगलवार से पूर्वी समुद्री क्षेत्र में शुरू होगा। इस अभ्यास में सेना की तीनों शाखाओं को शामिल किया जाएगा और इसका मुख्य ध्यान मानवीय सहायता और आपदा राहत (HADR) संचालन पर होगा।
भारतीय नौसेना के अनुसार, इस अभ्यास का उद्देश्य HADR संचालन में आपसी सहयोग क्षमता (इंटरऑपरेबिलिटी) विकसित करना और संकट या आपातकालीन स्थितियों के दौरान संयुक्त समन्वय केंद्र (CCC) स्थापित करने के लिए मानक संचालन प्रक्रियाएं (SOPs) तैयार करना है।
नौसेना के एक बयान में कहा गया है कि भारतीय नौसेना इस अभ्यास में ‘आईएनएस जलाश्व’, ‘घड़ियाल’, ‘मुंबई’ और ‘शक्ति’ जहाजों के साथ हेलीकॉप्टर और समुद्र में निगरानी के लिए ‘पी-8आई’ विमान के साथ भाग लेगी। भारतीय सेना से 91वीं इन्फैंट्री ब्रिगेड और 12वीं मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री बटालियन के सैनिक इस अभ्यास में भाग लेंगे, जबकि भारतीय वायु सेना से सी-130 विमान, एमआई-17 हेलीकॉप्टर और रैपिड एक्शन मेडिकल टीम भी इसमें शामिल होगी। अमेरिका की नौसेना से यूएस मरीन डिवीजन के सैनिक और यूएसएस कॉमस्टॉक तथा यूएसएस राल्फ जॉनसन जहाज इस अभ्यास में भाग लेंगे।
अभ्यास की प्रक्रिया:
नौसेना ने कहा कि यह पोर्ट अभ्यास 1 से 7 अप्रैल तक विशाखापत्तनम में आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रशिक्षण, खेलकूद और सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके बाद समुद्री चरण में भाग लेने वाले देश काकीनाड़ा के तट के पास समुद्री संचालन का अभ्यास करेंगे। इस अभ्यास के दौरान भारतीय सेना काकीनाड़ा नेवल एन्क्लेव में संयुक्त कमांड और कंट्रोल सेंटर स्थापित करेगी।
अभ्यास का समापन 13 अप्रैल को विशाखापत्तनम में अमेरिकी नौसेना के जहाज यूएसएस कॉमस्टॉक पर एक समापन समारोह के साथ किया जाएगा।