प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दोपहर 12 बजे पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (PEC) में एक कार्यक्रम के दौरान देश को तीन नए आपराधिक कानून ‘भारतीय न्याय संहिता’, ‘भारतीय नागरिक रक्षा संहिता’ और ‘भारतीय साक्ष्य अधिनियम’ समर्पित करेंगे।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज चंडीगढ़ में तीन नए आपराधिक कानून ‘भारतीय न्याय संहिता’, ‘भारतीय नागरिक रक्षा संहिता’ और ‘भारतीय साक्ष्य अधिनियम’ देश को समर्पित करेंगे। ये तीन नए आपराधिक कानून 1 जुलाई 2024 से देश में लागू हो चुके हैं। इनका उद्देश्य देश के न्याय व्यवस्था को अधिक पारदर्शी, सक्षम और समकालीन समाज की आवश्यकताओं के अनुकूल बनाना है। ये कानून प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलाह पर तैयार किए गए थे, जिनका उद्देश्य उपनिवेशी काल के कानूनों को हटाना था, जो स्वतंत्रता के कई वर्षों बाद भी लागू थे। इसका उद्देश्य न्याय पर ध्यान केंद्रित करते हुए न्यायिक प्रणाली में बदलाव लाना है, न कि केवल सजा पर।
इस कार्यक्रम का आयोजन दोपहर 12 बजे पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (PEC) में “सुरक्षित समाज, विकसित भारत: सजा से न्याय की ओर” विषय पर किया जाएगा। इसमें पांच हजार से अधिक लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री मोदी की आगमन को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है।
चंडीगढ़ को तीन नए आपराधिक कानूनों के पूरी तरह से क्रियान्वयन के लिए प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की मेज़बानी के लिए चुना गया है, क्योंकि यह शहर अन्य राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की तुलना में नए कानूनों के अनुपालन में सबसे आगे है। आपराधिक कानूनों में ये ऐतिहासिक सुधार भारत की न्यायिक प्रणाली में व्यापक परिवर्तन का प्रतीक हैं, जो साइबर अपराध जैसे आधुनिक चुनौतियों से निपटने में प्रभावी साबित होंगे।
कार्यक्रम के दौरान इन कानूनों के व्यावहारिक अनुप्रयोग को प्रदर्शित किया जाएगा, यह दिखाते हुए कि ये कानून पहले ही आपराधिक न्याय परिदृश्य को कैसे बदल रहे हैं। इस दौरान एक लाइव डेमोंस्ट्रेशन भी किया जाएगा, जिसमें अपराध स्थल की जांच का अनुकरण किया जाएगा, जहां नए कानूनों को लागू किया जाएगा।