नई दिल्ली: भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर भारत सरकार ने एक बड़ा ऐलान किया है। दिल्ली का सराय काले खान ISBT चौक अब बिरसा मुंडा चौक के नाम से जाना जाएगा। केंद्र सरकार ने सराय काले खान ISBT चौक का नाम बदलने की घोषणा की। यह जानकारी केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दी।
केंद्रीय शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि 2021 में भारत सरकार ने आदिवासी गौरव दिवस मनाने का निर्णय लिया था। अब सराय काले खान ISBT चौक को बिरसा मुंडा के नाम से सम्मानित किया गया है।
अमित शाह ने बिरसा मुंडा की प्रतिमा का किया अनावरण
इसी बीच, केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने दिल्ली के बंसेरा गार्डन में स्थापित भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने कहा कि सरकार इस दिन को आदिवासी गौरव दिवस के रूप में मना रही है। अमित शाह ने कहा कि आज भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती है। मैं एलजी साहब को भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पार्क के प्रारंभ में स्थापित करने के लिए बधाई देता हूँ। शाह ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने उस समय धर्मांतरण के खिलाफ आवाज उठाई, जब ब्रिटिश राज था और उनकी साम्राज्य में सूर्य कभी अस्त नहीं होता था। भगवान बिरसा मुंडा ने आदिवासी परंपराओं को फिर से जीवित करने का कार्य भी किया। इस देश को उनकी स्वतंत्रता और धर्मांतरण के खिलाफ किए गए संघर्ष के लिए हमेशा आभारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि जल, जंगल और जमीन आदिवासियों के लिए सब कुछ है, और भगवान बिरसा मुंडा ने इस परंपरा को पुनः जागृत करने और आदिवासी समाज में जागरूकता लाने का कार्य किया। भगवान बिरसा मुंडा ने अपने जीवन को आदिवासी संस्कृति की रक्षा के लिए समर्पित किया, और 25 साल की उम्र में मातृभूमि के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। यह देश उनके अद्वितीय बलिदान को हमेशा याद रखेगा।