ओडिशा निवासी मुक्ति रंजन ने महालक्ष्मी की हत्या की थी। आत्महत्या करने से पहले मुक्ति ने मां के सामने रोते हुए महालक्ष्मी की हत्या की बात कबूली और फिर अगली सुबह आत्महत्या कर ली। मुक्ति ने एक सुसाइड नोट भी लिखा, जिसमें उसने कहा कि वह महालक्ष्मी से प्यार करता था, लेकिन वह मुझे फंसाना चाहती थी।
बेंगलुरु के महालक्ष्मी हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है। महालक्ष्मी की हत्या उसके साथ काम करने वाले मुक्ति रंजन राय ने की थी। आत्महत्या करने से पहले उसने मां के सामने हत्या की बात कबूली। उसने अपने सुसाइड नोट में यह भी लिखा है कि मैं उससे प्यार करता था, लेकिन वह मुझे अपहरण के मामले में फंसाने की धमकी देती थी।
भद्रक जिले के धुसुरी में पुलिस को मुक्ति रंजन का शव पेड़ से लटका मिला। पुलिस का दावा है कि उन्हें एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें मुक्ति रंजन ने अपना जुर्म कबूल किया है। पुलिस के मुताबिक आत्महत्या से एक रात पहले मुक्ति रंजन राय ने अपनी मां के सामने महालक्ष्मी की हत्या की बात कबूल की थी। ओडिशा पुलिस के सूत्रों ने आजतक को बताया है कि हमारी जांच में पता चला है कि मुक्ति रंजन करीब तीन साल बाद ओडिशा स्थित अपने घर पहुंचा था। मुक्ति रंजन रात में अपनी मां के सामने फूट-फूट कर रोया और कहा कि मैंने महालक्ष्मी की हत्या कर दी है। मां के सामने हत्या की बात कबूलने के बाद उसने सुबह 5 बजे आत्महत्या कर ली। महालक्ष्मी हत्याकांड की जांच के मामले में बेंगलुरु पुलिस ने ओडिशा पुलिस से संपर्क किया है। महालक्ष्मी मामले के जांच अधिकारी बेंगलुरु से ओडिशा जाएंगे। घटनास्थल पर मिले मुक्ति के सुसाइड नोट और घटनास्थल से बरामद लैपटॉप व अन्य सामान को अपने कब्जे में ले लिया जाएगा। पुलिस को मिले मुक्ति रंजन के सुसाइड नोट में उसने ज्यादातर अंग्रेजी भाषा और कभी-कभी उड़िया भाषा का इस्तेमाल किया है। मुक्ति ने महालक्ष्मी की हत्या की बात कबूल करते हुए लिखा, “मैं उसे पसंद करता था, उससे प्यार करता था, लेकिन उसका व्यवहार मेरे लिए ठीक नहीं था। उसने मुझे अपहरण के मामले में फंसाने की धमकी दी। मैंने बहुत पैसे भी खर्च किए।”
पुलिस ने क्या थ्योरी दी?
बेंगलुरू पुलिस के मुताबिक, “मुक्ति रंजन और महालक्ष्मी एक कपड़े की दुकान में काम करते थे। यहीं पर दोनों की मुलाकात हुई और वे दोस्त बन गए। दोनों के बीच संबंध थे। महालक्ष्मी कथित तौर पर मुक्ति रंजन पर शादी करने का दबाव बना रही थी। इस मुद्दे पर दोनों के बीच लगातार बहस होती थी। इससे नाराज होकर गुस्सैल स्वभाव के मुक्ति रंजन ने महालक्ष्मी की हत्या कर दी और शव के टुकड़े कर दिए।”
महालक्ष्मी की हत्या 2-3 सितंबर के बीच हुई थी
बेंगलुरू में एक फ्रिज के अंदर 40 से ज्यादा टुकड़ों में एक महिला का शव मिला। महालक्ष्मी नाम की महिला का शव फ्रिज के अंदर से बरामद किया गया। इसके अलावा उसके शरीर के कुछ टुकड़े कमरे में बिखरे मिले। पुलिस के मुताबिक महालक्ष्मी की हत्या करीब 20-22 दिन पहले यानी 2 से 3 सितंबर के बीच हुई थी।