एक नए साइबर ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें शिकार एक बुजुर्ग महिला हैं और उनसे बहुत चालाकी से 72 लाख रुपये की ठगी की गई। महिला को पता भी नहीं चला कि साइबर ठगों ने कब उनके बैंक खाते से यह पैसा चुरा लिया। महिला ने इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई। आइए इस मामले को विस्तार से जानते हैं।
केरल की 72 वर्षीय एक बुजुर्ग महिला अचानक साइबर ठगी का शिकार बन गईं। साइबर ठगों ने बुजुर्ग महिला को बहुत चालाकी से निशाना बनाया और उनके बैंक खाते से 72 लाख रुपये चुरा लिए।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, महिला ने बताया कि 23 अगस्त को उन्हें एक अनजान नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को RBI अधिकारी बताया। इसके बाद आरोपी ने महिला को बताया कि उनका क्रेडिट कार्ड ब्लॉक कर दिया गया है। इसके बाद उनकी ध्यान तुरंत इस ओर गया और उन्होंने इसे अनब्लॉक करने की बात कही।
इसके बाद महिला को एक और कॉल आया, दूसरे कॉल करने वाले ने खुद को CBI अधिकारी बताया, जो असल में एक साइबर ठग था।
महिला को डराया और धमकाया गया
फर्जी CBI अधिकारी ने महिला को बताया कि उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज है। इसके अलावा उन पर कई फर्जी आरोप भी लगाए गए। इसके बाद महिला डर गईं।
बुजुर्ग महिला ‘डिजिटल गिरफ्तारी’ का शिकार हुईं
ऐसे मामलों में, ठग ‘डिजिटल गिरफ्तारी’ का जाल बिछाते हैं। इसमें महिला से कहा गया कि वह खुद को ऑनलाइन रखें और कॉल पर बनी रहें। इसके बाद महिला से कुछ सवाल पूछे गए और कहा गया कि मामले की जांच चल रही है। साथ ही महिला को फर्जी दस्तावेज दिखाए गए और गिरफ्तारी की धमकी दी गई।
इस तरह बुजुर्ग महिला से बैंक डिटेल्स मांगी गईं
इस फर्जी जांच के दौरान, महिला से चोरी-छिपे उनके बैंक डिटेल्स आदि मांगे गए। जब ये जानकारी मांगी गई, तो महिला को कहा गया कि यह बहुत जरूरी है, अन्यथा उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके बाद, महिला घबरा गईं और अपने बैंक डिटेल्स सौंप दिए, और अंततः उनके बैंक खाते से 72 लाख रुपये चोरी हो गए।
साइबर ठगी से कैसे बचें?
साइबर ठगी से खुद को सुरक्षित रखने के लिए यह जरूरी है कि आप किसी भी अनजान कॉल या मैसेज पर आंख बंद करके भरोसा न करें। इसके बाद, अपनी बैंक डिटेल्स और बैंक से आने वाले OTP को किसी के साथ गलती से भी साझा न करें। साथ ही, किसी अनजान मैसेज में आने वाले किसी लिंक पर क्लिक न करें।