फ्रांस से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक बुजुर्ग व्यक्ति पर आरोप है कि उसने अपनी बुजुर्ग पत्नी से 10 साल तक अनजान लोगों से बलात्कार कराया। जानें पूरा मामला
फ्रांस से एक ऐसा मामला सामने आया है जहां पति-पत्नी के बीच का प्यार और भरोसा टूट गया है। इसे सुनकर आप सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि मानव सभ्यता किस दिशा में जा रही है, अपने ही लोगों पर भरोसा करना भी उचित नहीं है। दरअसल, फ्रांस में एक बुजुर्ग पेंशनर के खिलाफ मामला चल रहा है, जिसमें उस पर अपनी पत्नी को नशीली दवाएं देकर कई अनजान लोगों से बलात्कार कराने का आरोप है। इस घटना ने फ्रांस के लोगों को झकझोर कर रख दिया है। महिलाएं इस घटना के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं। इस घटना को अंजाम देने के लिए ग्राहकों को ऑनलाइन खोजा गया था। इन 50 लोगों पर भी दक्षिणी शहर अविन्योन में मुकदमा चल रहा है। मुख्य आरोपी 71 वर्षीय व्यक्ति है, जो फ्रांस की सरकारी बिजली कंपनी ईडीएफ का पूर्व कर्मचारी है।
बुजुर्ग से बलात्कार करने वाले लोग 26 से 74 साल के बीच के हैं
पुलिस ने इस मामले में कुल 92 बलात्कार की घटनाओं की गिनती की है, जिनमें 72 पुरुष शामिल हैं, जिनमें से 51 की पहचान हो चुकी है। 26 से 74 साल की उम्र के पुरुषों पर 72 वर्षीय महिला के साथ बलात्कार का आरोप है। महिला के वकीलों का कहना है कि पीड़िता को ऐसे नशीले पदार्थ दिए गए थे कि 10 साल तक उसे यह पता ही नहीं चला कि उसके साथ क्या हो रहा है। इस मामले में जज ने घोषणा की है कि सभी सुनवाई सार्वजनिक होंगी, क्योंकि महिला चाहती है कि इस घटना के बारे में सबको पता चले।
इस उम्र में महिला के लिए भयानक पीड़ा
महिला के वकील बाबोनो ने कहा कि महिला चाहती है कि उसके साथ जो हुआ उसके बारे में लोगों को जागरूक किया जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं फिर कभी न हों। एक अन्य वकील, एंटोइन कैमस ने कहा कि इस उम्र में महिला के लिए इस मुकदमे का सामना करना “एक भयानक पीड़ा” है।
महिला को 10 साल तक पता नहीं चला कि उसके साथ क्या हो रहा है
वकील ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि पीड़िता को पहली बार बलात्कार की घटनाओं का सामना करना पड़ेगा, जो उसने 10 साल तक झेली थीं और उसकी कोई याद नहीं है। उसे पहली बार 2020 में इस बारे में पता चला। वकील एंटोइन कैमस ने कहा कि महिला अपने तीन बच्चों के साथ अदालत में पहुंची है। हमलावर चाहते हैं कि सुनवाई बंद दरवाजों के पीछे हो, लेकिन वह चाहती है कि यह अपराध सबके सामने आए।
जानें कैसे आरोपी पति पुलिस की गिरफ्त में आया
इस मामले में सितंबर 2020 में पुलिस ने डोमिनिक पी की जांच शुरू की, जब एक सुरक्षा गार्ड ने उसे एक शॉपिंग सेंटर में तीन महिलाओं के साथ अश्लील हरकतें करते हुए पकड़ा। पुलिस ने बताया कि आदमी के कंप्यूटर में उसकी पत्नी की सैकड़ों तस्वीरें और वीडियो भी मिले, जो बेहोशी की हालत में ली गई थीं। इनमें से कई तस्वीरें और वीडियो उनके माजन स्थित घर में बलात्कार की भी थीं।
पति ऑनलाइन बुलाता था लोगों को
जांचकर्ताओं को एक वेबसाइट (जिसे अब पुलिस ने बंद कर दिया है) पर चैट्स भी मिले, जिसमें उसने अजनबियों को अपने घर आकर अपनी पत्नी के साथ यौन संबंध बनाने के लिए आमंत्रित किया था।
पति ने पुलिस के सामने इन आरोपों को स्वीकार किया
डोमिनिक पी ने जांचकर्ताओं से स्वीकार किया कि उसने अपनी पत्नी को भी नशीली दवाएं दीं। पति ने बलात्कार में भी भाग लिया, वीडियो बनाए और अजनबी पुरुषों को उकसाने के लिए अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया। आरोपी बलात्कारियों में एक फोर्कलिफ्ट ड्राइवर, एक फायर ब्रिगेड अधिकारी, एक कंपनी के मालिक और एक पत्रकार शामिल हैं। कुछ बलात्कारी अविवाहित और तलाकशुदा थे, जबकि कुछ परिवार वाले थे। अधिकांश आरोपियों ने एक बार अपराध किया, जबकि कुछ ने इस भयावह कृत्य को छह बार तक अंजाम दिया।
घटना के समय महिला सोई नहीं थी बल्कि कोमा के करीब थी
कई आरोपियों ने कहा कि उन्हें लगा कि वे दंपति को उनकी इच्छानुसार जीवन जीने में मदद कर रहे हैं, लेकिन डोमिनिक ने जांचकर्ताओं को बताया कि सभी को पता था कि उसकी पत्नी को उसकी जानकारी के बिना नशीली दवाएं दी गई थीं। विशेषज्ञों का मानना है कि घटना के समय महिला सोई नहीं थी, बल्कि कोमा की स्थिति में थी। आरोपी पति ने अभियोजकों को बताया कि केवल तीन लोग घर पहुंचने के तुरंत बाद कुछ किए बिना चले गए, जबकि सभी ने उसकी पत्नी के साथ यौन संबंध बनाए।
बचपन में आरोपी पति के साथ भी हुआ था ऐसा
डोमिनिक पी ने बताया कि जब वह नौ साल का था, तब एक पुरुष नर्स ने उसके साथ यौन शोषण किया था। हालांकि, वह अपने परिवार और पत्नी का सामना करने के लिए तैयार है।
पति ने कहा- उसे इसकी लत है
आरोपी ने अपने बचाव में कहा कि उसने जो किया, उस पर उसे शर्म आ रही है। उसका अपराध अक्षम्य है और यह पूरा मामला एक तरह की लत है, जो उसे लग गई है। गौरतलब है कि आरोपी पर 1991 में हत्या और बलात्कार का भी आरोप लगा था, जिससे उसने इनकार किया था। इसके साथ ही 1999 में बलात्कार की कोशिश का भी आरोप लगा था, जिसे आरोपी ने डीएनए टेस्ट के बाद स्वीकार किया था। विशेषज्ञों का कहना है कि यह व्यक्ति मानसिक रूप से बीमार नहीं लगता। इस मामले को लेकर महिलाओं ने काले कपड़े पहनकर कोर्ट के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
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