उन्होंने बताया कि जिला खाद्य एवं औषधि प्रशासन की एक टीम ने दूषित कुट्टू का आटा आपूर्ति करने वाले दो विक्रेताओं की दुकानों पर छापा मारा और उन्हें सील कर दिया। उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि कुट्टू के आटे से बनी चीजें खाने से महिलाओं और बच्चों समेत 120 से अधिक लोगों को फूड पॉइजनिंग के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि जिला खाद्य एवं औषधि प्रशासन की एक टीम ने दूषित कुट्टू का आटा सप्लाई करने वाले दो विक्रेताओं की दुकानों पर छापा मारा और उन्हें सील कर दिया। उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। यह घटना कल रात मथुरा जिले के फराह थाना क्षेत्र के कई गांवों से सामने आई। अधिकारियों ने बताया कि सभी पीड़ितों की हालत स्थिर है।
जन्माष्टमी के अवसर पर उपवास रखने वाले प्रभावित व्यक्तियों को आटे से बनी पूड़ी और पकौड़े खाने के बाद उल्टी, चक्कर आना और कंपकंपी जैसी समस्याएं होने लगीं। सरकारी अस्पताल में भर्ती किशोरी प्रियंका ने पीटीआई वीडियो को बताया, “हमने कल रात कुट्टू के आटे से बने पकौड़े खाए थे। इसके बाद मुझे उल्टी होने लगी और पेट में जलन महसूस हुई।” एक मरीज के साथ आए परखम गांव निवासी प्रीतम सिंह ने बताया कि पकौड़े खाने के बाद लोगों को चक्कर और उल्टी की शिकायत हुई। उन्होंने कहा, “कुट्टू का आटा गांव की एक स्थानीय दुकान से खरीदा गया था।” एक अन्य निवासी महेश ने पीटीआई वीडियो को बताया, “मेरी पत्नी बहुत कमजोर हो गई है, लगभग बेहोश हो गई है।” स्वास्थ्य विभाग की रैपिड रिस्पांस टीम के प्रभारी डॉ. भूदेव प्रसाद ने बताया कि रात में फराह थाना क्षेत्र के कई गांवों से फूड पॉइजनिंग की शिकायतें मिली थीं। उन्होंने कहा, “स्वास्थ्य विभाग, फरह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) और जिला अस्पताल की टीमों ने त्वरित कार्रवाई की। शुरुआत में मरीजों का इलाज सीएचसी में किया गया, लेकिन जैसे-जैसे मरीजों की संख्या बढ़ती गई, उन्हें जिला अस्पताल, वृंदावन के 100 बिस्तरों वाले संयुक्त अस्पताल और आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में स्थानांतरित कर दिया गया।”
मंगलवार की सुबह मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. अजय कुमार वर्मा ने बताया कि 60 से अधिक लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जबकि बाद में उन्होंने मरीजों की संख्या 120 से अधिक बताई।
सीएमओ ने बताया कि 43 मरीजों को आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज अस्पताल, 29 को मथुरा के जिला अस्पताल, 100 बेड के संयुक्त अस्पताल, 15 को बाबा जयगुरुदेव चैरिटेबल अस्पताल, 10 को चौहान अस्पताल और अन्य को फरह के सीएचसी में भर्ती कराया गया है।
उन्होंने कहा, “जिन मरीजों की हालत में आज सुधार होगा, उन्हें छुट्टी दे दी जाएगी।”
डॉ. वर्मा ने बताया कि सोमवार रात 10 बजे से फरह के गांवों में जन्माष्टमी का व्रत रखने वाले लोगों को पेट दर्द, उल्टी और दस्त की शिकायत होने लगी। शुरुआत में उनका स्थानीय स्तर पर इलाज किया गया, जबकि गंभीर मामलों को आगरा के सीएचसी और अस्पतालों में स्थानांतरित कर दिया गया।
पीड़ित व्यक्ति परखम, बड़ौदा, मिर्जापुर, मखदूम और खैरात गांवों के हैं। उन्होंने दो आपूर्तिकर्ताओं झगडू और राजकुमार से कुट्टू का आटा खरीदा था, जिन्होंने फराह के प्रमुख किराना व्यापारियों से अपना माल खरीदा था।
घटना के बाद, जिला मजिस्ट्रेट शैलेंद्र कुमार सिंह ने जिला खाद्य एवं औषधि प्रशासन को आपूर्तिकर्ताओं की दुकानों पर छापा मारने और उन्हें सील करने का निर्देश दिया। पुलिस आरोपी दुकानदारों की तलाश कर रही है।
डीएम ने कहा कि खाद्य एवं औषधि विभाग कानूनी कार्रवाई जारी रखे हुए है और इलाके की दुकानों से नमूने एकत्र कर रहा है। उन्होंने कहा कि सभी पीड़ित स्थिर हैं और उनका इलाज चल रहा है।